Haldwani News: नैनीताल रोड स्थित शहीद स्मारक पर जिला पंचायत अध्यक्ष बेला टोलिया, अपर जिलाधिकारी पीआर चौहान, एसपी सिटी हरबंश सिंह और पूर्व सैन्य अधिकारियों ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए जिले के सैनिकों को श्रद्धांजलि दी व फूल-मालाएं चढ़ाया इस मौके पर शहीदों की पत्नियों और युद्ध में शामिल सैनिकों को शॉल उड़ाकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया ने कहा कि उन्हें बेहद गर्व महसूस हो रहा है कि आज ही के दिन वर्ष 1971 में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना से 14 दिनों तक चले भीषण युद्ध के बाद जीत हासिल की थी। इस युद्ध में पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) पाकिस्तानी सेना के चंगुल से मुक्त हो गया। उन्होंने कहा कि सैनिक हमारा गौरव हैं. उत्तराखंड सैनिकों की रणभूमि है, उनकी शहादत सदैव याद रखी जायेगी। उन्होंने कहा कि सैनिकों का सम्मान करना और उन्हें उनका अधिकार दिलाना तथा उनकी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करना हमारी जिम्मेदारी है।
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जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सुबोध शुक्ला ने बताया कि विजय दिवस 3 दिसंबर 1971 से 16 दिसंबर 1971 के बीच भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था, जिससे बांग्लादेश का उदय हुआ। विजय दिवस कार्यक्रम में शहीद वीरांगनाओं में गोविंदी देवी, नंदी देवी शामिल रहीं. माधवी देवी और सरस्वती देवी के साथ ही किशन सिंह, खिलानंद, मोहन सिंह, जीबी जोशी, जेसी खिलानंद, सुरेश भट्ट, केएस बिष्ट, कर्नल सेन मनोहर सिंह चौहान, शेर सिंह को भी शॉल उड़ाकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान मेजर जनरल एवीएसएम सेनि आईएस बोरा, कर्नल मेजर सेनि कुवर सिंह, कर्नल सेनि डीएस बिष्ट, सूबेदार मेजर सेनि खिलानंद, कैप्टन सेनि डीएस खर्कवाल, शमशेर सिंह कार्की, गोपाल सिंह रजवार, एसएस रौतेला समेत पूर्व सैनिकों और प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। . . शहीद जवानों के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
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